Pune IAS Officer Pooja Khedkar क्यों है चर्चा में जाने आरोप और विवाद

Pune IAS Officer Pooja Khedkar क्यों है चर्चा में जाने आरोप और विवाद

IAS Officer Pooja Khedkar एक प्रसिद्ध प्रशासनिक अधिकारी हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की। उन्होंने कई युवाओं को प्रेरित किया है जो सिविल सेवा में करियर बनाने का सपना देखते हैं। पूजा खेडकर का नाम हाल ही में तब सुर्खियों में आया जब उन पर कुछ गंभीर आरोप और विवाद सामने आए। इन घटनाओं ने उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। इस ब्लॉग में हम पूजा खेडकर के जीवन, उनकी UPSC यात्रा, और उन पर लगे आरोपों के बारे में विस्तार से जानेंगे। साथ ही, हम यह भी समझने की कोशिश करेंगे कि उन्होंने किस प्रकार प्रशासनिक सेवाओं में अपना स्थान बनाया और वे किस कारण से चर्चा में हैं। आइए, पूजा खेडकर की प्रेरणादायक कहानी और उनके संघर्ष को करीब से जानें।

कौन हैं पूजा खेडकर?

IAS Officer Pooja Khedkar

IAS Officer Pooja Khedkar महाराष्ट्र के पुणे जिले की निवासी हैं। वह 2017 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की अधिकारी हैं। पूजा का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा पुणे में ही हुई। उन्होंने अपनी स्नातक शिक्षा पूरी करने के बाद UPSC (Union Public Service Commission) परीक्षा की तैयारी शुरू की। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें UPSC परीक्षा में सफलता दिलाई और उन्हें महाराष्ट्र कैडर का चयन मिला। पूजा खेडकर ने अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) के रूप में की, जहाँ उन्होंने विभिन्न प्रशासनिक जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ और नीतियाँ लागू की गईं, जिससे उन्हें जनता के बीच एक लोकप्रिय अधिकारी के रूप में पहचान मिली। उनकी प्रशासनिक कुशलता और समर्पण ने उन्हें उच्च पदों पर पदोन्नति दिलाई।

हालांकि, हाल ही में पूजा खेडकर कुछ विवादों के कारण सुर्खियों में आई हैं। उन पर प्रशासनिक कदाचार और भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, जिनकी जांच चल रही है। बावजूद इसके, पूजा खेडकर का नाम और उनकी मेहनत युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बना हुआ है। उनके संघर्ष और समर्पण की कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

क्या था UPSC रिजल्ट?

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Pooja Khedkar ने UPSC परीक्षा में All India Rank 841 प्राप्त किया था। लेकिन उन्हें अब यहां आरोप लगाए गए हैं कि वे सिविल सेवा परीक्षा में पास होने के लिए गलत तरीके से  परीक्षा कर रही थीं। एक अधिकारी ने आरोप लगाया है कि खेड़कर ने नकली विकलांगता और ओबीसी प्रमाणपत्र जमा किए थे। उन्होंने दावा किया कि वे दृष्टिहीन श्रेणी में परीक्षा दी थीं और मानसिक बीमारी प्रमाणपत्र भी जमा किया था। अप्रैल 2022 में, AIIMS दिल्ली में उन्हें उनकी विकलांगता रिपोर्ट सत्यापित करवाने के लिए कहा गया था, लेकिन कोविड के द्वारा इसे कराने से इनकार कर दिया था।

अधिकारी ने इसे भी दावा किया कि पूजा के पिता दिलीप खेड़कर एक पूर्व राज्य सरकारी अधिकारी हैं और हाल के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनकर ₹40 करोड़ की संपत्ति घोषित की थीं। फिर भी, पूजा खेड़कर ने ओबीसी श्रेणी में सिविल सेवा परीक्षा दी थी, जिससे क्रीमी लेयर नियमों का उल्लंघन हुआ, जो उन लोगों की मदद के लिए है जिनके माता-पिता की वार्षिक आय ₹8 लाख से कम है।

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क्यों हैं सुर्खियों में?

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IAS Officer Pooja Khedkar हाल ही में कई विवादों और आरोपों के कारण सुर्खियों में हैं। उन पर प्रशासनिक कदाचार, भ्रष्टाचार, और सत्ता के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए निजी लाभ के लिए निर्णय लिए और सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी की।

मीडिया में आई खबरों के अनुसार, पूजा खेडकर के खिलाफ विभिन्न जांच एजेंसियों ने जांच शुरू की है। उनके खिलाफ लगे आरोपों में सरकारी धन का दुरुपयोग, अनियमितताओं और भ्रष्टाचार शामिल हैं। इसके अलावा, उनके ऊपर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने के भी आरोप लगे हैं। इन आरोपों ने न केवल पूजा खेडकर की छवि को धूमिल किया है, बल्कि उनके प्रशासनिक करियर पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं। समाज और मीडिया में उनकी आलोचना के चलते वे लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं। पूजा खेडकर के खिलाफ चल रही जांच और उनके ऊपर लगे आरोपों की सच्चाई का पता लगना अभी बाकी है, लेकिन इन विवादों ने निश्चित रूप से उन्हें चर्चा का विषय बना दिया है।

IAS Officer Pooja Khedkar पर आरोप

IAS Officer Pooja Khedkar

पूजा खेड़कर के विवाद पर बात करते हुए, उनके प्राइवेट ऑडी लक्जरी सेडान का उपयोग और पुणे में “गवर्नमेंट ऑफ महाराष्ट्र” स्टिकर और लाल-नीला बीकन लगाने के मामले आए हैं। उन्होंने सहायक कलेक्टर के रूप में जुड़ने से पहले ही आधिकारिक कार, वीआईपी नंबर प्लेट वाली, आवास, आधिकारिक कक्ष, और पुलिसकर्मी की मांग की थी, जो कि एक प्रशिक्षु अधिकारी को नहीं मिलती। इसके अलावा, आपत्तिजनक रूप से उसकी अतिक्रमण की भी चर्चाएं हैं, जैसे कि अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजय मोरे के एंटी-चैम्बर में उनके अनुपस्थिति में कब्जा करने के बारे में। पुणे कलेक्टर सुहास दिवसे द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार, जून 2022 में कार्यदिवस पर जुड़ने से पहले ही पूजा खेड़कर ने बार-बार यह मांग की कि उसे अलग केबिन, कार, निवासीय बंगला और एक पियोन प्रदान किया जाए। पूजा खेड़कर भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्वी कमिश्नर दिलीप खेड़कर की बेटी हैं, जिन्होंने प्रदूषण विभाग के कमिश्नर के रूप में सेवा की थी।

उनकी मातृसाधन जगन्नाथराव बुधवंत भी एक प्रसिद्ध आईएएस अधिकारी थे। एक आधिकारिक ने बताया कि अप्रैल 2022 में उसे अपनी विकलांगता प्रमाणपत्र की सत्यापन के लिए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था, लेकिन उसने कोविड-19 संक्रमण का उल्लेख कर दिया। उनके पिता दिलीप खेड़कर, एक पूर्व राज्य सरकारी अधिकारी, लोकसभा चुनाव में प्रतिस्पर्धा करते हुए, अपनी संपत्ति की मूल्यांकन कर रूपये 40 करोड़ रुपये का घोषणा की थी। हालांकि, पूजा ने अनुसूचित जाति वर्ग के तहत सिविल सेवा परीक्षा में उपस्थित होकर क्रीमी लेयर प्रमाण पत्र की सीमा में माता-पिता की वार्षिक आय 8 लाख रुपये के बीच की है।

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आईएएस बनने के लिए क्या किया?

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IAS Officer Pooja Khedkar ने आईएएस बनने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने अपनी स्नातक शिक्षा पूरी करने के बाद UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की। पूजा ने इस यात्रा में कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन उनके धैर्य और समर्पण ने उन्हें सफलता दिलाई। पूजा ने सबसे पहले UPSC परीक्षा के सिलेबस को अच्छी तरह से समझा और एक ठोस अध्ययन योजना बनाई। उन्होंने नियमित रूप से कोचिंग क्लासेज अटेंड की, जहां उन्हें मार्गदर्शन और आवश्यक सामग्री प्राप्त हुई। इसके अलावा, पूजा ने सेल्फ-स्टडी पर विशेष ध्यान दिया और रोजाना एक निश्चित समय पर पढ़ाई की।

उन्होंने पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल किए और नियमित रूप से मॉक टेस्ट दिए, जिससे उन्हें परीक्षा पैटर्न और समय प्रबंधन का अनुभव हुआ। उनके अध्ययन का मुख्य हिस्सा नोट्स बनाना और रिवीजन करना था। पूजा ने अपने सामान्य ज्ञान और करंट अफेयर्स को मजबूत करने के लिए नियमित रूप से समाचार पत्र पढ़े और विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी एकत्र की। पूजा की तैयारी का मुख्य तत्व उनकी निरंतरता और अनुशासन था। उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी मेहनत से UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की। उनकी कहानी से यह सीख मिलती है कि कड़ी मेहनत और समर्पण से हम किसी भी कठिन परीक्षा को पास कर सकते हैं।

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निष्कर्ष

IAS Officer Pooja Khedkar की कहानी उनकी मेहनत, लगन और UPSC में सफलता की प्रेरणादायक यात्रा को दर्शाती है। हालांकि, हाल ही में उन पर लगे आरोप और विवाद उनकी छवि को धूमिल कर रहे हैं। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासनिक सेवाओं में ईमानदारी और नैतिकता कितनी महत्वपूर्ण हैं। पूजा खेडकर का संघर्ष और सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा है, लेकिन उनके खिलाफ चल रहे विवाद हमें यह भी याद दिलाते हैं कि किसी भी क्षेत्र में पारदर्शिता और जिम्मेदारी आवश्यक हैं। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि सच्चाई और ईमानदारी ही सबसे बड़ी ताकत है।

FAQs

पूजा खेडकर कौन हैं? 

IAS Officer Pooja Khedkar महाराष्ट्र के पुणे जिले की निवासी हैं और 2017 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।

पूजा खेडकर का UPSC परिणाम क्या था? 

पूजा खेडकर ने UPSC परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और उन्हें महाराष्ट्र कैडर का चयन मिला।

पूजा खेडकर क्यों सुर्खियों में हैं?

पूजा खेडकर हाल ही में प्रशासनिक कदाचार, भ्रष्टाचार, और सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों के कारण सुर्खियों में हैं।

पूजा खेडकर ने आईएएस बनने के लिए क्या किया?

पूजा खेडकर ने स्नातक के बाद UPSC परीक्षा की तैयारी की, नियमित कोचिंग क्लासेज अटेंड की, सेल्फ-स्टडी पर ध्यान केंद्रित किया और मॉक टेस्ट दिए।

पूजा खेडकर की कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?

पूजा खेडकर की कहानी हमें सिखाती है कि कड़ी मेहनत और लगन से हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं, भले ही रास्ते में कितनी ही मुश्किलें क्यों न हों।

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