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आंखों में दर्द (Eye Pain) और सर दर्द (Headache) के क्या कारण है यह क्यों होता है?
हम सबका बिजी लाइफ शेड्यूल तनाव और चिंता से भरा हुआ है जिसके कारण आज के समय में कम उम्र में ही हमें कई तरह की शारीरिक समस्या झेलनी पड़ती है जिसमें सर में दर्द या आंखों में दर्द होना बहुत आम समस्या है। जिन्हे हम कुछ घरेलू नुस्खे से दूर कर सकते हैं या आराम पा सकते हैं। लेकिन जब इस तरह की समस्या हर दिन की समस्या बन जाए और उन्हें दूर करने के लिए हमें दवाई का सेवन करना पड़े तो यह आम समस्या न होकर किसी गंभीर बीमारी का संकेत बन जाता है।
ऐसे में जानना जरूरी है कि सर में दर्द या आंखों में दर्द किन-किन कारणों से होता है ताकि आप सही समय पर इसका उपचार करवा सके।
सर दर्द का कारण (Cause of Headache)
सर दर्द के कई सारे कारण हो सकते हैं और अलग-अलग कारणों से होने वाले सर दर्द में व्यक्ति को अलग-अलग तरह का दर्द महसूस होता है। यहां पर सिर दर्द (Headache) के कुछ प्रमुख कारण बताए गए हैं और उस समय किस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं उसके बारे में बताया गया है:
तनाव के कारण (Reasons for Tension): सर दर्द का सबसे आम कारण होता है तनाव या चिंता। सही नींद ना लेने पर भी सर में दर्द होता है। आज के समय के बिजी शेड्यूल के कारण हर कोई तनाव से गुजरता है। यह तनाव तनाव के कारण होने वाला सर दर्द आम माना जाता है। कभी-कबार तनाव के कारण गंभीर सर दर्द भी हो सकता है जिसमें कंधे और गर्दन में भी दर्द महसूस हो सकता है। इस तरह का दर्द 15-20 मिनट से लेकर 1 घंटे तक भी रह सकता है।
माइग्रेन :- माइग्रेन सिर दर्द का ही एक प्रकार है लेकिन यह आम सर दर्द (Headache) से काफी ज्यादा दर्दनाक होता है। इसे अर्धशिशी भी कहा जाता है। क्योंकि इसमें सर के आधे हिस्से में दर्द होता है।
माइग्रेन में पेशेंट को उल्टी जैसा महसूस होता है, ऊबकाई आता है, आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है। माइग्रेन होने पर पेशेंट जब मुड़ने की कोशिश करता है तो उसके सिर के एक हिस्से में जोर का झटका महसूस होता है।
माइग्रेन से पीड़ित पेशेंट को तेज आवाज और रोशनी से परेशानी होती है। हालांकि माइग्रेन का समस्या ज्यादातर महिलाओं में देखने को मिलता है पुरुषों में बहुत कम होता है।
बीपी के कारण (due to BP):- सर दर्द के विभिन्न कारणो में एक हाई ब्लड प्रेशर भी है। जब ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है तो हाई ब्लड प्रेशर के कारण सिर पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है जिसके कारण तेज दर्द महसूस होता है।
ट्यूमर के कारण सर में दर्द :-वैसे तो सर दर्द के बहुत से आम कारण होते हैं और कभी-कभी सर में दर्द होना आम बात होती है। लेकिन जब यह दर्द हर दिन की समस्या बन जाए तो ऐसे में ट्यूमर का भी संकेत हो सकता है। ट्यूमर के कारण भी सर में दर्द होता है। ऐसे में अत्यधिक सर दर्द होने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना जरूरी है।
साइनस :- सर दर्द के विभिन्न प्रकार में से एक साइनस सर दर्द है। इसमें सर में दर्द के साथ ही सर के आगे के हिस्से में चेहरे पर भी दर्द का अनुभव होता है। साइनस में सर दर्द तब होता है जब पेशेंट के नाक, आंख में साइनस कैविटी हो जाती है। जिन्हें साइनस सर दर्द होता है वे जब सुबह उठने के बाद आगे की ओर झुकने की कोशिश करते हैं तो ऐसे में तेज सिर दर्द का अनुभव होता है।
क्लस्टर सिरदर्द :- सर दर्द के इस प्रकार में पेशेंट को काफी तीर्व दर्द महसूस होता है। यह दर्द काफी कम लोगों में होता है। क्लस्टर सिर दर्द में पेशेंट की आंखों में खिंचाव होता है, पलके भारी लगती है, आंखों के आसपास भी बहुत तेज दर्द महसूस होता है। यह दर्द कम से कम 20 मिनट से 3 घंटे तक रहता है।
सर दर्द के अन्य कारण (Other Causes of Headache)
सर दर्द के ऊपर बताए गए प्रमुख कारणो के अलावा भी और कई कारण हो सकते हैं:
● जब कोई व्यक्ति किसी बीमारी के लिए या किसी दूसरी समस्या के लिए दवा खाता है तो ऐसे में दवा का ओवर डोज भी सर दर्द का कारण हो सकता है। इसके साथ ही किसी और दर्द के लिए बार-बार पेन किलर खाने से जब इसकी आदत बन जाती है तो उस वजह से भी सर दर्द होता है।
● जै लोग चश्मा पहनते हैं, लगातार चश्मा पहनने से भी सर में दर्द और आंख में खिंचाव महसूस होता है।
● Spondylosis से ग्रसित पेशेंट जिसमे गर्दन में दर्द रहता है ऐसे पेशेंट को भी अक्सर सर दर्द होता है।
● प्रेगनेंसी के दौरान भी कुछ महिलाओं को सर दर्द की समस्या हैती है।
● दांत या जबड़े में समस्या होने पर भी सर में दर्द महसूस होता है।
● लंबे समय से भूखे रहने पर भी सर भारी लगता है।
● हार्मोनल बदलाव या आंख की कोई परेशानी या कान, नाक से जुड़ी अन्य समस्या में भी सर दर्द होता है।
● गलत पोजीशन में सोने, उठने या बैठने से भी सिर में दर्द होता है।
● गर्दन या रीढ़ की हड्डी में अगर कभी चोट लगी होती है तभी सर में दर्द की समस्या रहती है।
● बहुत बार अचानक मौसम बदलाव के कारण भी सर में दर्द होता है। अत्यधिक ठंड या बहुत गर्मी से भी सर में दर्द की समस्या होती है।
● शरीर में पानी की कमी, डिहाईड्रेशन होने पर भी सर में दर्द महसूस होता है।
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आंखों में दर्द का कारण (Cause of Eye Pain)
● जो लोग कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं, सही से कांटेक्ट लेंस ना पहनने से या लंबे समय से कांटेक्ट लेंस पहनने से भी आंखों में दर्द हो सकता है इसके साथ ही आंख लाल हो जाती है।
● आंख में दर्द होने का सबसे आम कारण होता है आंख के अंदर कुछ चल जाना जैसे कि आंख का पलक, धूल, मेकअप का टुकड़ा या कोई बाहरी वस्तु जिससे आंख में जलन होने लगती है, आंख से पानी निकलने लगता है और दर्द महसूस होता है।
● स्टाइल: ए ब्लेफेराइटिस संक्रमण आंखों में बेहद दर्द होता है यह संक्रमण होने से पलक पर गांठ या उभार बन जाता है जिसे छूने पर वह कोमल लगता है लेकिन आसपास के क्षेत्र में बहुत ज्यादा दर्द महसूस होता है।
● जो लोग चश्मा इस्तेमाल करते हैं। लंबे समय तक चश्मा पहनने से या फिर लंबे समय तक बिना ब्रेक लिए पढ़ने या स्क्रीन पर ध्यान केंद्रित करने से भी आंखों में खिंचाव और दर्द महसूस हो सकता है।
● बहुत बार आंख ड्राई हो जाने से आंखों में जलन और परेशानी हो सकती है।
● आंखों में बैक्टीरिया, वायरस या फंगल संक्रमण के कारण भी आंखों के चारों ओर लालिमा हो सकता है। आंख में जलन और दर्द महसूस हो सकता है।
● साइनस संक्रमण के कारण भी आंखों के पीछे दबाव महसूस होता है ऐसे में दोनों आंखों में दर्द हो सकता है।
● ऑप्टिक तंत्रिका में सूजन होने से भी व्यक्ति अपनी नेत्र दृष्टि में हानी के साथ ही आंख में दर्द का भी अनुभव करता है।
● माइग्रेन की समस्या में भी पेशेंट को सर में तेज दर्द के साथ ही आंखों में भी खिंचाव और दर्द महसूस होता है।
आंख दर्द का इलाज (Eye Pain Treatment)
● आंख में अगर लंबे समय तक दर्द बना रहता है तो ऐसे में नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श करना जरूरी है। वे आपकी आंखों की समस्या के अनुसार दवा या फिर ड्रॉप लेने की सलाह देंगे। आंखों में दर्द (Eye Pain) होना या अन्य समस्या होने पर नेत्र चिकित्सक आमतौर पर आई ड्रॉप, मलहम या मौखिक दवा देते हैं।
● अगर आंखों में कुछ चला जाता है और आंखों में लगातार दर्द महसूस होता है तो ऐसे में आंखों को गर्म सेक देने से भी आंखों को राहत मिलती है।
● लंबे समय तक लैपटॉप या मोबाइल के स्क्रीन पर ध्यान केंद्रित करने से आंखों में दर्द होने लगती है। ऐसे में बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए और आंखों को आराम देना चाहिए।
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सर दर्द का इलाज (Headache Treatment)
● जिन लोगों के सर में अक्सर दर्द होता (Headache) है ऐसे लोगों को अत्यधिक मात्रा में कैफीन के सेवन से बचना चाहिए। चाय और काफी में कैफीन पाया जाता है। इसका अत्यधिक सेवन आपके मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बदल देता है जिससे सर में दर्द होता है।
● सर में अत्यधिक दर्द है तो पूदीने के चाय का सेवन कर सकते हैं इससे सर दर्द में राहता मिलता है।
● सिर का तेल से मसाज करने पर भी सर हल्का लगता है खास करके सर्दी जुकाम के समय बहुत आराम महसूस होता है।
● ज्यादा से ज्यादा पेन किलर लेने से बचना चाहिए।
● यदि आप सर दर्द से बचना चाहते हैं तो पर्याप्त नींद जरूर लें।
● सर दर्द की ज्यादातर समस्या तनाव के कारण होती है इसीलिए अपने आपको तनाव मुक्त रखें।
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Conclusion:
इस प्रकार आपने सर में दर्द या आंखों में दर्द के विभिन्न कारणो के बारे में जाना। हालांकि सर में दर्द होना या आंखों में दर्द होने के और भी कई कारण होते हैं। लेकिन जब यह दर्द लगातार और हर दिन की समस्या बन जाए तो यह गंभीर बीमारी के भी संकेत हो सकते हैं। इसीलिए सर में, आंखों में लगातार दर्द होता है, आपको हर दिन पेन किलर लेना पड़ता है तो ऐसे में बिना देरी किए डॉक्टर से जरूर दिखा लें।
FAQ’s:
Q. माइग्रेन और सर दर्द में क्या अंतर होता है?
Ans. माइग्रेन सर दर्द का ही एक प्रकार है जिसमें सिर के एक हिस्से में दर्द होता है।
Q. आंख ड्राई क्यों हो जाते हैं?
Ans. लंबे समय तक कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने से आंख ड्राई हो जाते हैं।
Q. क्या सर में लगातार दर्द किसी गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं?
Ans. अगर सर में अक्सर दर्द बना रहता है तो ऐसे में यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।